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Badrinath Teavel

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  My Travel Blogs Badrinath Yatra Memoir October 08, 2023   Char Dham Yatra has its own special significance in Hindu religions.  These include Dwarka, Jagannathpuri, Rameshwaram and Badrinath Dham.  Every Hindu in the country wants to visit this supernatural place.  The temple of Lord Badrinath is situated on the banks of the Alaknanda River in the Himalayan mountain range.  The history of this temple, built at a height of about 3133 meters, is quite old.  Many supernatural stories are also popular about this.  This temple is built in Kasturi style between Nar and Narayan mountains.  Mainly a temple of Lord Vishnu.  Nara and Narayana are worshiped here.  Here God   is present in the form of idol. My father had wanted for years to go to Badrinath and offer Pind Daan for his ancestors.  Due to lack of time and resources they kept postponing it.  This time when he expressed his wish, everyone in our family unanimously agreed to fulfill it.  To implement this, the time period chosen was t

बद्रीनाथ यात्रा संस्मरण

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  हिन्दू धर्मों में चार धाम यात्रा का अपना एक विशेष महत्व है। इनमें द्वारका, जगन्नाथपुरी, रामेश्वरम और बद्रीनाथ धाम शामिल हैं। इस अलौकिक धाम की यात्रा देश का हर हिंदू करना चाहता है। भगवान बद्रीनाथ का मंदिर हिमालय पर्वत की श्रेणी में अलकनंदा नदी के तट पर स्थित है। करीब 3133 मीटर की ऊँचाई पर बने इस मंदिर का इतिहास काफी पुराना है। इसके बारे में कई अलौकिक कथाएं भी प्रचलित हैं। नर और नारायण पहाड़ों के बीच कस्तूरी शैली में बना यह मंदिर। मुख्य रूप से भगवान विष्णु का मंदिर है। यहाँ नर और नारायण की पूजा की जाती है। यहाँ भगवान विग्रह रूप में विराजमान  है। मेरे पिता जी की वर्षों से ईच्छा थी की बद्रीनाथ जा कर पितरों के लिए पिंडदान करना है। समय और साधन के अभाव में वे इसे टालते रहे। इस बार जब उन्होंने अपनी ईच्छा जहीर की तो हमारे परिवार में सबका एक स्वर से उसे पूरी करने की सहमति बन गई।  इसे कार्यान्वित करने के लिए काल अवधि सितंबर के आखिरी और अक्टूबर के पहले सप्ताह को चुना गया जो की इस वर्ष के पितृपक्ष का समय था। यात्रा का पहला पड़ाव मेरे छोटे भाई के घर दिल्ली को चुना गया। मेरे पिताजी, माँ और गांव की ए